तेलंगाना की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है बथुकम्मा उत्सव
घुग्गुस: (हरी वार्ता न्यूज)
विविध फूलों से महागौरी के रुप में पूजा का त्यौहार बथुकम्मा घुग्गुस में बड़े भक्तिपूर्ण उल्लास से मनाया गया.
घुग्गुस के गांधीनगर के हनुमान मंदिर एवं अन्य तेलुगु बहुल इलाकों में भी इस त्यौहार का भक्तिमय वातावरण रहा. देवी पार्वती को समर्पित इस त्यौहार पर कहीं सामूहिक तो कही परिवारों की ओर से इस उपलक्ष में विविध आध्यात्मिक और संस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. दिलीप पिट्ठलवार और महेश लठ्ठा श्रीकांत नुने तथा उनके मंडल द्वारा भी इस उपलक्ष में विविध आयोजन किए गए थे. इस बीच गीत- संगीत और नृत्य के साथ विविध मनोरंजन के कार्यक्रम भी हुए.
उल्लेखनीय है कि यह त्यौहार तेलंगाना की सांस्कृतिक पहचान माना जाता है. इस त्यौहार को “जीवन का उत्सव” भी कहा जाता है. इसमें महिलाएं बथुकम्मा के साथ गौरी की मिट्टी से बनी मूर्ति अर्थात “बोडेम्मा” बनाती है और उसे तालाब में विसर्जित करती है.